पौड़ी: अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष आए दिन कोई ना कोई नेता अंकिता भंडारी के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना देने की कोशिश में लगा है. प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले में अभी तक वीआईपी का नाम उजागर नहीं होने पर इसे सरकार की कमजोरी बता रही है. हाई प्रोफाइल बन चुके इस हत्याकांड को कांग्रेस अब कतई ढील देने के मूड में नहीं दिख रही है.बीते दिन प्रतापनगर कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नेगी ने भंडारी दंपत्ति से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही 1.10 लाख रुपए की सहायता राशि भी प्रदान की. कहा कि आज प्रदेश में एक भी सांसद विपक्ष का होता तो यह मुद्दा देश की संसद में उठाया जाता. पौड़ी में स्वाभिमान न्याय यात्रा शुरू होने के बाद कांग्रेस अब अंकिता भंडारी मामले को और तेज करने के मूड में है. यात्रा का आगाज पौड़ी में अंकिता भंडारी के घर से शुरू हुआ. जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारियों ने हत्याकांड में अभी तक वीआईपी का नाम उजागर नहीं करने समेत मामले की सीबीआई जांच पर सरकार को घेरा.वहीं कांग्रेस के प्रतापनगर से मौजूदा विधायक विक्रम सिंह नेगी ने अंकिता भंडारी के घर जाकर परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पूरे प्रदेश में स्वाभिमान न्याय यात्रा संचालित कर रही है.जिसमें यात्रा के माध्यम से अंकिता को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है. विधायक नेगी ने अंकिता की मां सोनी देवी और पिता वीरेंद्र भंडारी को पार्टी की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि राज्य की पांच लोकसभा सांसदों ने आज तक अंकिता मामले को देश की संसद में नहीं उठाया. कहा कि पांच सांसदों में यदि एक भी सांसद कांग्रेस का होता तो आज अंकिता भंडारी प्रकरण पूरे देश का मुद्दा बन जाता. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होती और आज अंकिता को न्याय मिल जाता.