उत्तरकाशी-समुद्र तल से 3250 मीटर की ऊंचाई पर स्थित विश्व प्रसिद्ध धाम गंगोत्री में मान्यता है कि इसी स्थान पर मां गंगा ने धरती का स्पर्श किया। पतित पावनी मां गंगा के कारण इस धाम की महत्वता सबसे अधिक है। यहां निर्मल अविरल रूप में बहती मां गंगा के साक्षत रूप में दर्शन होते हैं। चारधाम के कपाट खुलने के बाद हर वर्ष देश विदेश के लाखों श्रद्धालु यमुनोत्री दर्शन करने के बाद गंगा धाम गंगोत्री पहुंचते हैं तथा अपने जीवन को धन्य करते हैं।