फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा में इस बार धर्मनगरी में श्रावण मास जैसा नजारा नजर आ रहा है। धर्मनगरी की गलियों से लेकर हाईवे पर बम-बम की गूंज सुनाई दे रही है। बाजारों में जहां श्रद्धालु कांवड़ और कांवड़ियों की वेशभूषा खरीदने में जुटे हैं। वहीं गंगा घाटों से कांवड़ में गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की तरफ रवाना हो रहे हैं। शहर के प्रमुख बाजारों में यात्रियों की भीड़ है।
फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि एक मार्च को है। धर्मनगरी का नजारा इस बार श्रावण मास की तरह नजर आ रहा है। बसों, ट्रेनों के साथ ही अपने वाहनों से इस बार कांवड़िया धर्मनगरी गंगाजल लेने के लिए पहुंचे रहे है। दो साल बाद कोरोना संक्रमण का असर कम होने व मौसम में परिवर्तन होने के साथ ही धर्मनगरी में कांवड़ियों की संख्या बढ़ी है।