राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा रोड पर स्थित " The कायाकल्पम Club " ने एक बेमिसाल और काबिले तारीफ़ शुरुआत की है । यह हमारी नहीं बल्कि यहां आकर आनंदित और संतुष्ट हुए व्यक्तियों की राय है । इस क्लब का आधार व मूलमंत्र ही प्रौढता की ओर बढ़ते तथा वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न गतिविधियों जैसे संगीत के साथ हल्का फुल्का व्यायाम, ध्यान, योग आदि के द्वारा उनके तनाव और एकांकीपन को दूर करना है । बढ़ती उम्र के साथ होने वाली शरीर में लचकपन की कमी, मानसिक अवसाद, अकेलेपन जैसी अनेकों प्रकार की व्याधियों को इस क्लब में दूर करने का भरकस प्रयास किया जाता है । जिंदगी की आपाधापी में खुद को भूल चुके इंसान अपने लिए दोबारा से समय निकाल, अपनी रुचि के अनुरूप कुछ कर पाने की चाह व ललक के लिए यह स्थान एक उचित मंच है और विभिन्न अवसर प्रदान करता है । इस क्लब का उद्देश्य स्वस्थ तन और मन का पुनर्निर्माण करना है । कोविड आदि कारणों से इंसानों के बीच दूरी बढ़ने से जो अकेलापन आज, खासकर बड़ी उम्र के लोगों में मानसिक तनाव का मुख्य कारण है, उसे पाटने का काम यह क्लब करता है । एक नई सोच के साथ शुरू हुवा यह क्लब नए तरीके से जिंदगी को जीने का अवसर प्रदान कर रहा है । यहां सभी उम्र के लोगों को फिट रहने और वज़न कम करने के लिए नृत्य, जुम्बा, योगासन आदि भी कराया जाता है जिसके लिए बहुत ही मामूली सा शुल्क लिया जाता है । शादी ब्याह के अवसर पर आजकल प्रचलित मैरिज कोरियोग्राफी की सेवाएं भी यह क्लब उपलब्ध कराता है ।
इस क्लब की संचालिका श्रीमती पद्मिनी मल्होत्रा एक प्रसिद्ध समाजसेविका हैं जोकि स्वास्थ्य महानिदेशालय उत्तराखंड में बतौर डिप्टी डायरेक्टर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं । TISS के साथ भी उन्होंने उत्तर भारत के 6 राज्यों में Capacity Building Specialist के पद पर काम किया है । लगभग सारा भारत घूम चुकीं पद्मिनी इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी की मैनेजिंग बॉडी में भी सम्मिलित हैं । परोपकार और समाजसेवा में अपनी रुचि के कारण और साथ ही साथ समाज में बढ़ते मानसिक तनाव एवम अकेलेपन की विकराल होती समस्या से निजात दिलाने की दिशा में उनका यह क्लब शुरू करना एक बहुत ही सुंदर प्रयास है ।