शेयर बाजार का पूंजीकरण पहली बार 300 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। यह अब सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के करीब है। मार्च, 2023 में जीडीपी 3.75 लाख करोड़ डॉलर रही जबकि बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 3.62 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया।भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूत वृद्धि दिखाई है। पिछले साल से लेकर अब तक भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ी है। विदेशी निवेशक इस साल भारतीय बाजार में जमकर पैसे लगा रहे हैं। आने वाले समय में भी जीडीपी की रफ्तार तेज रहने की उम्मीद है।हर साल नई कंपनियों की सूचीबद्धता से भी पूंजीकरण में तेजी आई है। उदाहरण के तौर पर पिछले साल एलआईसी की सूचीबद्धता से 6 लाख करोड़ पूंजी बढ़ गई। अन्य कंपनियों के भी आने से पूंजीकरण पर सकारात्मक असर पड़ा।