नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने कतर के कमर्शियल की उस याचिका को स्वीकार किया है जिसमें कहा गया है कि अपने फाइनेंशियल क्रेडिटर्स को जल्द से जल्द भुगतान करेंगे. रिलायंस इन्फ्राटेल को बैंकों के करीब 3515 करोड़ रुपए का भुगतान भी करना है.
अनिल अंबानी को बड़े भाई मुकेश अंबानी का सहारा मिला है और NCLT ने रिलायंस इन्फ्राटेल के लिए रिजॉल्यूशन प्लान लाया था जिसके तहत मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी जियो प्लैटफॉर्म्स ने रिलायंस इन्फ्रा के असेट को 4400 करोड़ में खरीदा लिया था. दिसंबर 2020 में हुई इस डील के तहत जियो को रिलायंस इन्फ्रा का टेलिकॉम टॉवर और फाइबर असेट्स मिले हैं.