इस साल के प्रथम तीन माह में जर्मनी की अर्थव्यवस्था बुरी तरह सिकुड़ गई है। यानी दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में है। संघीय सांख्यिकीय कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से मार्च में जर्मनी के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 2022 की अंतिम तिमाही के दौरान यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में 0.5 प्रतिशत की गिरावट के बाद है।जर्मनी की अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण बृहस्पतिवार को यूरो तेजी से नीचे गिर गया, जबकि डॉलर दो माह के शिखर पर पहुंच गया। अमेरिकी डिफॉल्ट की चिंता बढ़ने कते चलते भारी मांग के बीच डॉलर मजबूत हुआ है। जर्मनी उन 20 देशों में है जहां यूरो मुद्रा का इस्तेमाल होता है। यूरोपीय अर्थशास्त्री फ्रांजिस्का पाल्मास ने कहा, जर्मनी में रोजगार पहली तिमाही में बढ़ा और मुद्रास्फीति में कमी आई। लेकिन ऊंची ब्याज दरें, खर्च व निवेश पर दबाव बनाए रखेंगी।