कोरोना वायरस महामारी की दो लहरों का सामना कर चुके देश की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ पटरी पर लौट रही है। मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े जारी किए। मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के आंकड़े बताते हैं कि जीडीपी विकास दर 20.1 फीसदी रही है। यह चीन से भी बेहतर आंकड़े हैं क्योंकि पहली तिमाही में चीन की विकास दर 7.9 फीसदी दर्ज की गई है। यानी यह माना जा सकता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन के मुकाबले तेजी से सुधरी है।
एक साल पहले के आंकड़े पिछले साल जब देश कोरोना की पहली लहर का सामना कर रहा था, तब भारत में दुनिया का सबसे लंबा और बड़ा लॉकडाउन लगाया गया था। इस वजह से पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 की पहली तिमाही में विकास दर निगेटिव में चली गई थी। तब यह -24.4 फीसदी दर्ज की गई थी।
अनुमान भी कुछ ऐसे ही थे
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की इकोरैप रिसर्च रिपोर्ट में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जीडीपी में 18.5 फीसदी की दर से वृद्धि का अनुमान लगाया गया था। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 21.4 फीसदी की वृद्धि का अनुमान जताया था।