चमोली हादसे में ऊर्जा निगम की गलती नही है, जल संस्थान की गलती नही है , आउट सोर्सिंग एजेंसी की गलती नही है - तो तीन से चार मीनट में 16 घर कैसे और किसकी लापरवाही से तबाह हो गए ? सवाल की अगर प्लांट में घटी करंट की पूर्व की तीन घटनाओं को नही दबाया जाता तो क्या16 जिंदगियां काल के गाल में जाने से बच जाती ? फिर एक प्रश्नन ये भी है की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे विभागों में आखिर सच कौन बोल रहा है ? रिपोर्ट में जवाब जानें....