उत्तराखंड में धामी सरकार के लिए चारधाम संचालन को सुगम बनाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि धाम की राह मे पड़ने वाले डेंजर जोन भक्त और भगवान के बीच सबसे बड़ी बाधा बन सकते हैं। आखिर चिन्हित की गई डेंजर जोनो की संख्या इतनी भी कितनी है कि डरना पड़ रहा है, और कौन सा जिला ,साथ ही धाम सबसे ज्यादा खतरे समेटे हुए है ? और इससे भी बड़ा सवाल क्या विभाग की नसीहत को समस्या का निपटारा समझ लिया जाए ?