हल्द्वानी के मुद्दे पर कांग्रेस ने तलवार खींच ली लेकिन जोशीमठ के मसले पर आंख मीचली क्यों ? विपक्ष का ह्रदय हल्द्वानी के लोगों की गुहार से दुखा – ठीक था - पर जोशीमठ में जली मशालों का धुंआ आंखों को नही चुभा ! क्या कारण है ? अगर इधर सैकड़ों आशियानों के उजड़ने का सवाल था तो उधर भी तो बेकसूर बेघर हो रहे हैं...उनकी चिंता पर चुप्पी क्यों ?