उत्तराखंड में विधानसभा भर्ती प्रकरण के बाद राजनीतिक रण तैयार हो गया है। पार्टियों में तलवारें खिंची हैं – ‘ नैतिकता’ को लेकर। इधर भाजपा मान रही है की असंवैधानिक भर्तियां रद्द करके पार्टी ने अपने नीतिपरक आचरण का परिचय दिया है, उधऱ कांग्रेस का ख्याल है की कांग्रेस के नेता भी अपने गांधीवादी होने का प्रमाण दे चुके हैं.