सीजेआई चंद्रचूड़ की हां पर जस्टिस एस रवींद्र भट की अहसहमती की ये बात तब सामने आई जब बीती 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला पढ़ा. बताते चले कि चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की पीठ ने मई के महीने में 10 दिनों तक इस मामले पर सुनवाई की.