रांची की रहने वाली 19 वर्षीय सावित्री ओलंपिक में पदक पाने का सपना रखती है । गौर करने वाली बात यह है अपने सपने को पूरा करने के लिए वह रोज 735 सीढ़ियां चढ़ती है । आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि सावित्री के संघर्ष भरे जीवन की इस कहानी को केवल और केवल दैनिक जागरण अखबार ने ही प्रकाशित किया ह ।
'दैनिक जागरण अखबार ने “ओलंपिक पदक पाने को सावित्री साइकिल उठाकर रोज चढ़ती है 735 सीढ़ियां” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है ओलंपिक पदक का सपना आंखों में बसाएं इस तीरंदाज को अभ्यास करने घर में परीक्षण केंद्र जाने के लिए क्रम में झरने के निचले हिस्से से ऊपर सड़क तक आने में अपनी साइकिल को कंधे पर उठाकर 735 सीढ़ियां चढ़ने होती है । शाम को घर वापस लौटते वक्त सीढ़ियां उतरने में भी यही प्रक्रिया दोहराई जाती है ।
न्यूज़ एनालाइज
दैनिक जागरण अखबार ने एक 19 वर्षीय लड़की के संघर्ष की कहानी को प्रमुखता देते हुए खबर प्रकाशित की है । गौर करने वाली बात यह है अमर उजाला व हिंदुस्तान अखबार सावित्री की इस कहानी को प्रकाशित करने से चूंक गया है । लेकिन दैनिक जागरण ने इस खबर को विस्तार में प्रकाशित किया है । खबर में सावित्री के संघर्ष भरे जीवन की दास्तां बताई गई है । खबर में बताया गया है कि कैसे सावित्री सर पर साइकिल उठाकर 735 सीढ़ियां चढ़ती उतरती है । खबर में यह भी बताया गया है कि सावित्री का यह सफर कभी-कभी खाली पेट ही होता है खबर में सावित्री द्वारा कही गई बातें व उनके पिता द्वारा कही गई बातें प्रकाशित की है । कुलमिलाकर दैनिक जागरण अखबार ने एक अहम खबर की ओर लोगो को ध्यान खीचा है ।