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DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 1 Sep 2021 5:16 pm IST

न्यूज़ एनालिसिस

कोरोना का नया वेरियंट C.1.2 ने दी दस्तक


 ये नया वैरिएंट डेल्टा से भी खतरनाक बताया जा रहा है । आइये देखतें हैं उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने इस खबर को किस तरह से प्रकाशित किया। 

 
दैनिक जागरण : अखबार ने " कोरोना के एक और वैरिएंट की दस्‍तक से दहशत, वैक्‍सीन से मिलने वाली एंटीबॉडी तक को दे सकता है चकमा” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है। इस खबर में लिखा है कि दुनिया के तमाम मुल्‍क अभी कोरोना के डेल्‍टा वैरिएंट से ही जूझ रहे हैं कि वायरस में हुए एक नए बदलाव ने चिंता बढ़ा दी है। 

हिन्दुस्तान ः अखबार ने इस खबर को मिला कोरोना का एक और नया वैरिएंट C.1.2, आराम से दे सकता है वैक्सीन की सुरक्षा को मात” ' शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है कि एक स्टडी के अनुसार, कोविड -19 का कारण बनने वाले SARS-CoV-2 का एक नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों में पाया गया है। ये इतना खतरनाक है कि वैक्सीन के सुरक्षा कवच को तोड़ सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि इस साल मई में देश में पहली बार वैरिएंट सी.1.2 का पता चला था।

अमर उजाला : अखबार ने " डेल्टा से भी खतरनाक है कोरोना का सी.1.2 वैरिएंट, अब तक छह देशों में फैल चुका ये वायरस” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है। इस खबर में लिखा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार दक्षिणी अफ्रीका के शोधकर्ताओं से संपर्क साधे हुए है और कोविड-19 महामारी के दौरान उनके शोधों पर चर्चा कर रहा है। आगे कहा कि हम दक्षिण अफ्रीका के शोधकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने सबसे पहले सी.1.2 के बारे में स्वास्थ्य संगठन को जानकारी दी और अपनी शोध को भी साझा किया।  


न्यूज़ एनालाइज
तीनों अखबारों ने कोरोना के नए वेरियंट C.1. की इस खबर को अलग अलग तरीके से प्रस्तुत किया है । दैनिक जागरण ने जहां अपनी खबर में कोरोना के नए वेरियंट  का जिक्र करते हुए यह बताया है कि किन - किन देशों में यह वेरियंट दस्तक दे चुका है ।  हिंदुस्तान अखबार ने अपनी खबर में बताया है कि इस साल मई के महीने में पहली बार वैरीअंट C.1. का पता चला था । वहीं अमर उजाला ने अपनी खबर में बताया है कि कोरोना के नया वेरियंट  कितना घातक है साथ ही उजाला ने यह जानकारी दी है कि दक्षिण अफ्रीका में नए वेरियंट  के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं । गौर करने वाली बात यह है कि अखबारों ने इस बात की जानकारी नहीं दी है की इस वेरियंट के सिम्टम्स क्या है और यह वेरियंट कोरोना वायरस से  क्यों घातक बताया जा रहा है ।