अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली उत्तराखंड के वो तमाम जिले जिनका सौंदर्य उनकी वन संपदा से है चिंतित हैं क्योंकि प्रदेश के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं। सवाल है कि फायर सीजन के पीक पर पांच हजार वन प्रहरियों पर बेरोजगारी की गाज क्यों गिराई गई, सवाल है कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त क्यों नही किया गया, सवाल है कि वनों मे आग का ये विकराल रुप वन महकमे की किस गड़बड़ी की ओऱ इशारा कर रही है ? और क्यों ? जवाब इस रिपोर्ट में...