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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 11 Oct 2021 1:02 pm IST

न्यूज़ एनालिसिस

देश में बिजली का संकट


भारत में बिजली संकट गहराता जा रहा है। आपको बता दें, कि दिल्ली में ब्लैकआउट की चेतावनी जारी कर दी गई है तो उत्तर प्रदेश में आठ संयंत्र अस्थाई तौर पर ठप हो गए हैं। आइए देखते है उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने इस खबर को किस तरीके से प्रकाशित किया है । 

हिन्दुस्तान ः हिंदुस्तान ने कोयले की कमी से यूपी में भी गहराएगा बिजली संकट! सीएम योगी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र” ' शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है  । खबर में लिखा है कि देश के विभिन्न राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी बिजली उत्पादन के लिए कोयले का संकट गहराता जा रहा है। यूपी सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य में कोयले की आपूर्ति सामान्य कराने और प्रदेश को अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। 

दैनिक जागरण  :   अखबार ने कोयले की कमी से देश में गहराया बिजली संकट, जानें- दिल्ली-पंजाब समेत आपके राज्य पर इसका असर” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है। इसमें लिखा है कि कोयले की कमी के कारण बिजली संकट पैदा होने का खतरा बढ़ गया है। कई राज्यों में बिजली प्लांट बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। दिल्ली में सिर्फ एक दिन का कोयला बचा है तो पंजाब के थर्मल प्लांटों में सिर्फ दो दिन का कोयला शेष है।

अमर उजाला : अखबार ने "उत्तराखंड में गहरा सकता है बिजली का संकट, दाम बढ़ने से खरीद रोकी”शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है। इस खबर में लिखा है कि कोयला आधारित बिजली संयंत्रों से बिजली उत्पादन प्रभावित होने और दिल्ली में बिजली संकट की खबरों के बीच उत्तराखंड में भी बिजली संकट गहरा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर बिजली के दामों में पिछले चार दिन में तीन गुना की बढ़ोतरी हो गई है, जिसके बाद (उत्तराखंड पावर काॅरपोरेशन लि.) यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर रोक लगा दी है।

न्यूज़ एनालाइज
देश में लगातार बिजली का संकट गहरा रहा है लेकिन हमें यह पता होना चाहिए कि आखिर क्यों देश बिजली के संकट की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है । बता दें कि बिजली संकट के पीछे मुख्य कारण है कोयला संकट जी हां बता दें, कि देश में कोयले से चलने वाली अधिकांश पावर प्लांट कोयले के भंडार की कमी झूल रहे हैं । सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार देश में कोयला से चलने वाले कुल 135 प्लांट है और इनके नियम अनुसार प्लांट्स में 20 दिनों का कोयला भंडार रखना होता है । लेकिन सितंबर अक्टूबर में सभी पावर प्लांट के पास कोयले का भंडार घटकर चंद दिनों का रह गया है । जिसके चलते खबरें सामने आ रही है कि जल्द ही बिजली का संकट जेल सकता है ।