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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 27 Sep 2021 3:56 pm IST

न्यूज़ एनालिसिस

2200 पेड़ो को बचाने के दून में चिपकों आदोलन


देहरादून में सेहस्त्रधारा रोड चौड़ीकरण के लिए करीब 2200 पेड़ काटे जाने हैं । पेड़ काटे जाने के विरोध में बीते रविवार को सेहस्त्रधारा रोड पर लोगों ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया । आइए देखते हैं उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने इस खबर को किस तरीके से प्रकाशित किया है।

हिंदुस्तान : अखबार ने “पेड़ों की रक्षा के लिए सड़क पर उतरे दून वासी” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है रविवार को दून वासी सड़क पर उतर आए सेहस्त्रधारा स्थित खंडला स्मारक पर एकत्रत लोगों ने पेड़ों की रक्षा सूत्र बांधे।

दैनिक जागरण : अखबार ने “2200  पेड़ बचाने को चिपको आंदोलन” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है देहरादून से मसूरी के बीच आवागमन को सुगम करने के लिए जोगीवाला से कुल्हन तक करीब 14 किलोमीटर लंबे डबल लेन मार्ग का चौड़ीकरण कर उसे फोरलेन किया जाना है । इसके लिए मसूरी और देहरादून वन प्रभाग में करीब 22 पेड़ कटान के लिए चयनित किए गए हैं।

अमर उजाला : अखबार ने “आओं 2200 पेड़ को बचाए” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की है । खबर में लिखा है । जोगीवाला से सरधना चौराहे तक रिंग रोड के विस्तारीकरण के लिए 2200 से अधिक पेड़ों के काटे जाने के सरकार शासन के निर्णय के विरोध में सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।

न्यूज़ एनालाइज
पेड़ बचाने के लिए हो रहे आंदोलन की खबर को उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्रों ने अलग-अलग तरीके से प्रकाशित किया है । दैनिक जागरण अखबार ने अपनी खबर में बताया है कि रविवार को सेहस्त्रधारा रोड स्थित कमला मेमोरियल के पास विभिन्न संगठन सुबह 11:00 बजे इकट्ठे हुए और उन्होंने चिपको आंदोलन की तर्ज पर पेड़ों से चिपक कर प्रदर्शन किया । खबर में बताया गया है कि इस प्रदर्शन में कितने संगठन शामिल हुए खबर में सरकार की डबल लेन मार्ग योजना का भी उल्लेख किया गया है । हिंदुस्तान अखबार ने अपनी खबर में प्रदर्शन का जिक्र करते हुए वक्ताओं द्वारा कही डब्ल्यूएचओ के मुताबिक देहरादून शहर का नाम इसी कारण प्रदूषित शहरों की सूची में शुमार हो रहा है इस बात को प्रकाशित किया गया है । वहीं अमर उजाला अखबार ने अपनी खबर में बताया है कि पेड़ों को बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मौली बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया । खबर में इस आंदोलन में कितने संगठन शामिल हुए इस बात का जिक्र अलग से किया गया है