नई दिल्ली: भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती की चयन प्रक्रिया में बड़े बदलाव की घोषणा की है। अब कैंडिडेट्स को पहले एक ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) यानी रिटन टेस्ट देना होगा। अभी सीईई सबसे बाद में लिया जाता है। सेना की ओर से कई न्यूज पेपर्स में एनरोलमेंट प्रोसेस में बदलाव का ऐलान करने वाले विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे। इस संबंध में एक आधिकारिक अधिसूचना मध्य फरवरी तक जारी होने की उम्मीद है।
पहले क्या था प्रोसेस?
अभी तक अग्निवीरों के लिए भर्ती प्रक्रिया अलग थी। सबसे
पहले कैंडिडेट्स का फिजिकल फिटनेस टेस्ट होता था। उसके बाद मेडिकल टेस्ट और फिर
आखिर में उनको कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) यानी रिटेन टेस्ट पास करना होता था। इसके बाद फाइनल मेरिट लिस्ट के आधार पर
ट्रेनिंग के लिए चयन होता था।
अब क्या होगा?
सूत्रों के अनुसार, अब सबसे पहले कैंडिडेट्स
को CEE देना होगा। इसके
बाद फिटनेस और मेडिकल टेस्ट होगा। इस बदली हुई प्रक्रिया की आधिकारिक सूचना फरवरी
के बीच में जारी की जा सकती है।
क्यों किया गया बदलाव?
सेना के एक सूत्र के मुताबिक, सेना भर्ती की प्रक्रिया
में ये बदलाव खर्च को कम करने के लिए किया जा रहा है। पहले रिक्रूटमेंट के लिए
फिजिकल और मेडिकल रैलियां की जाती थीं। लेकिन, अब पहले CEE होने से रैलियों
में होने वाली भीड़ घटेगी और खर्च का बोझ भी। अब केवल वही लोग रैलियों में भाग
लेंगे, जिन्होंने CEE क्लियर कर लिया
है। सूत्र के अनुसार, पहले लाखों
कैंडिडेट्स देश के 200 स्क्रीनिंग सेंटर्स
पर भर्ती में हिस्सा लेते थे, जिसमें काफी
खर्च आ रहा था।
इस साल 40 हजार कैंडिडेट्स होंगे शामिल
नई प्रक्रिया करीब 40,000 कैंडिडेट्स पर लागू होगी, जो वर्ष 2023-24 में होने वाली भर्ती में शामिल होने के इच्छुक हैं। पहला ऑनलाइन CEE टेस्ट अप्रैल में
देशभर के लगभग 200 सेंटर्स पर
आयोजित किया जाएगा।