जल्द ही यूरोप में सभी तरह के स्मार्टफोन और टेबलेट के लिए एक जैसा चार्जर मिलेगा। दरअसल मोबाइल कंपनियों ने कई किस्म के चार्जर बनाने की नीति बंद करने के कानून को लेकर ड्राफ्ट दिया था। जिसपर मंगलवार को यूरोपीय संघ के सदस्यों और संसद ने सहमति दे दी।
माना जा रहा है कि, अगर इसको लेकर कानून बना तो साल 2024 के आखिर तक सभी डिवाइस यूएसबी सी-टाइप चार्जर से चार्ज होंगे। वहीं यूरोपीय संघ का मानना है कि, उसके करीब 45 करोड़ नागरिकों को एक जैसे चार्जर मिलेंगे तो करीब 11 हजार टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा कम होगा। लोगों का पैसा भी बचेगा, क्योंकि वे हर साल करीब 21,740 करोड़ रुपये चार्जर खरीदने में खर्च कर रहे हैं।
बता दें कि, मौजूदा समय में एपल का लाइटनिंग, माइक्रो यूएसबी और यूएसबी सी-टाइप चार्जर मुख्यतः प्रयोग में है। इनमें यूएसबी सी-टाइप को सबके लिए सुलभ और तेज मानते हुए अपनाया जा सकता है। वहीं इसे एपल कंपनी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि एप्पल डिवाइस के चार्जर बाकियों से अलग और ज्यादा कीमत वाले होते हैं। जिसको लेकर एप्पल ने यूरोप के इस कदम का विरोध भी किया। एप्पल ने कहा कि, इससे इनोवेशन की रफ्तार धीमी होगी। और ई-वेस्ट घटने के बजाय बढ़ेगा।