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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 14 Mar 2023 1:30 pm IST


बढ़ा या घटा ? क्या कहता है उत्तराखंड में पलायन का बदला हुआ पैटर्न ?


देहरादून: पलायन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में वर्ष 2017 के मुकाबले वर्ष 2022 में प्रदेश में अस्थाई पलायन यानी अपने गांव से निकलकर आसपास के नजदीकी कस्बों में जहां पर सुविधाएं हैं या फिर जनपद मुख्यालय की तरफ 18.69% बढ़ा है. राज्य के बाहर या फिर एक जनपद से दूसरे जनपद में पलायन 19.00% घटा है.हरिद्वार जिले में गांव से नजदीकी कस्बे में 10.25% पलायन हुआ. जिला मुख्यालय की तरफ पलायन 2.1% घटा है. राज्य के बाहर पलायन 10.0% घटा है.देहरादून जिले में लोगों का पलायन जिला मुख्यालय की तरफ 1.95% ज्यादा रहा. देहरादून से राज्य के बाहर भी पलायन 1.11% बढ़ा है.नैनीताल जिले में भी गांव से निकलकर आसपास के कस्बों में 16.85% पलायन बढ़ा है. जिला मुख्यालय की तरफ पलायन घटा है. राज्य से बाहर होने वाला पलायन 9.05% कम हुआ है.उत्तरकाशी जिले में गांव के आसपास के छोटे कस्बों में पलायन 12.28% बढ़ा है. जिला मुख्यालय की तरफ भी लोग बढ़े हैं. अपने जिले से बाहर या फिर राज्य से बाहर पलायन में 8.65% कमी आई है.उधम सिंह नगर जिले में भी गांव से निकलकर आसपास के कस्बों में 10.79% पलायन बढ़ा है. कुछ लोग जनपद मुख्यालय की तरफ भी बढ़े हैं. राज्य के बाहर और दूसरे जनपदों में पलायन में 10 फ़ीसदी से ज्यादा कमी आई है.चमोली जिले में भी वही स्थिति है. यहां 16 फ़ीसदी से ज्यादा लोग गांव से निकलकर आसपास के कस्बों में आए हैं. 5 फ़ीसदी लोग जिला मुख्यालय की तरफ बढ़े हैं. अपने जिले के बाहर 13 फ़ीसदी और राज्य के बाहर पलायन में 9 फ़ीसदी पलायन में कमी आई है.चंपावत जिले में भी 16 फ़ीसदी से ज्यादा लोग गांव से छोटे कस्बों में शिफ्ट हुए हैं. जिला मुख्यालय की तरफ भी लोग गये हैं. जनपद से बाहर 15 फ़ीसदी और राज्य के बाहर 3 फ़ीसदी पलायन में कमी आई है.टिहरी जिले में 12 फ़ीसदी लोग अपने गांव से निकलकर आसपास के कस्बों में आए हैं. चार फ़ीसदी लोग जिला मुख्यालय की तरफ बढ़े हैं. जनपद के बाहर 10 फ़ीसदी और राज्य के बाहर 6 फ़ीसदी पलायन में कमी आई है.बागेश्वर जिले में 11 फ़ीसदी लोग गांव से आसपास के कस्बों में माइग्रेट हुए हैं. यहां जिला मुख्यालय की तरफ लोग नहीं गए हैं. जनपद के बाहर पलायन में 10 फ़ीसदी कमी जरूर आई है. राज्य के बाहर पलायन की स्थिति लगभग वैसी ही है.पिथौरागढ़ जिले में 9 फ़ीसदी से ज्यादा लोग गांव से कस्बों में शिफ्ट हुए हैं. जिला मुख्यालय की तरफ और अन्य जिलों में पलायन में कमी आई है. राज्य के बाहर पलायन 5 फ़ीसदी पहले से बढ़ा है.रुद्रप्रयाग जिले में स्थिति लगभग 5 साल पहले वाली ही है. रुद्रप्रयाग से राज्य के बाहर पलायन करने वाले लोगों की संख्या में 3 फ़ीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है.अल्मोड़ा जिले में गांव से नजदीकी कस्बों में 13 फ़ीसदी से ज्यादा अस्थाई रूप से आए हैं. अल्मोड़ा से दूसरे जनपद या फिर राज्य के बाहर पलायन में कमी आई है. अल्मोड़ा जिले से राज्य के बाहर होने वाले पलायन में 8 फ़ीसदी से ज्यादा कमी आई है.पौड़ी में भी 5 साल पहले वाली स्थिति है. पलायन हर स्तर पर थोड़ा थोड़ा कम जरूर हुआ है. राज्य के बाहर पौड़ी से तकरीबन 3 फ़ीसदी बढ़ गया है.