देहरादून: जोशीमठ नगर में लगातार हो रहे भू धंसाव के कारण नगर को खतरा उत्पन्न हो रहा है. ऐसे में स्थानीय विधायक राजेंद्र भंडारी सहित जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने इस पर चिंता जताई है. विधायक राजेंद्र भंडारी का कहना है कि नगर में हो रहे भू धंसाव के संबंध में सरकार को सूचित किया जा चुका है. सरकार यदि शीघ्र समुचित उपाय नहीं करती है तो नगर की स्थिति चिंताजनक हो जाएगी.इस दौरान जोशीमठ नगर पालिका के अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार ने कहा कि नगर में तहसील प्रशासन के निर्देश पर पालिका द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में 550 के करीब भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं. कई घरों में दरारें आ चुकी हैं. उन्होंने बताया कि जोशीमठ में सैकड़ों घर, अस्पताल, सेना के भवन मंदिर सड़कें प्रतिदिन धंसाव की जद में हैं. यह हर दिन बढ़ रहा है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमल रतूड़ी ने सरकार के रवैये पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि सरकार के संज्ञान में सब कुछ है. लेकिन सरकार इस मामले में ठोस कार्रवाई करने से बच रही है.जिससे जनता और नगर को भारी क्षति पहुंच रही है. जनप्रतिनिधि अतुल सती के मुताबिक उनकी बीते दिन मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात हुई थी. अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि नगर में हो रहे भू धंसाव के कारण जोशीमठ के निवासी खौफजदा हैं. यदि इस प्रकार भूस्खलन होगा तो जोशीमठ के अस्तित्व को बचाना मुश्किल है. जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का कहना है कि 20 से 25 हजार की आबादी वाला नगर अनियंत्रित अदूरदर्शी विकास की भेंट चढ़ रहा है. एक तरफ तपोवन बिष्णुगाड़ परियोजना की एनटीपीसी की सुरंग ने जमीन को भीतर से खोखला कर दिया है.