मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य दो चुनाव आयुक्तों के चयन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की विपक्षी दलों के नेता गदगद हो गए हैं।
दरअसल, कॉलेजियम को लेकर दायर याचिका में SC के पांच न्यायाधीशों की पीठ ने सर्वसम्मति से दिए फैसले में कहा कि, पीएम, विपक्ष के नेता और SC के चीफ जस्टिस की एक समिति राष्ट्रपति को मुख्य चुनाव आयुक्त और दो अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए सलाह देगी।
वहीं ये तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इसे 'बहुत बड़ा फैसला' करार दिया और कहा कि SC का आदेश चुनाव आयोग को अधिक 'सक्षम' बनाएगा कहा कि "ये बहुत बढ़िया फैसला है। इसके बाद पहले से सक्षम चुनाव आयोग और अधिक सक्षम होने की ओर बढ़ेगा।"
इधर, शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने भी चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर SC के फैसले को 'ऐतिहासिक' आदेश बताया है। ठाकरे खेमे से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा ट्वीट किया, ''चुनाव आयोग की शीर्ष नियुक्तियों पर SC का यह वास्तव में ऐतिहासिक आदेश है।
बता दें कि, चुनाव आयोग में शीर्ष नियुक्तियों के लिए एक पैनल की ओर से राष्ट्रपति को सलाह दी जाएगी, जिसमें प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और सीजेआई शामिल होंगे, पहले प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को नामों की सिफारिश करते थे।