उत्तराखंड में मार्च और अप्रैल के शुरुआती दौरा में मौसम ने अपना जो नया रूप दिखाया है, उसने सरकार की थोड़ी चिंता जरूर बढ़ा दी है. उत्तराखंड में लगातार बदलते वेदर पैटर्न को देखते हुए मौसम विभाग ने चारोंधाम में छोटे डॉप्लर रडार लगाने का फैसला लिया है, ताकि उन्हें चारधाम में मौसम की सटीक जानकारी मिल सके और समय रहते किसी आपदा से बचा सके. मौसम विभाग ने अपने ये प्रस्ताव शासन को भेजा है.अप्रैल के महीने में मौसम की जो मनमर्जियां देखने को मिल रही है, उससे सबको चौका रखा है. जिस अप्रैल में सूरज की तपिश से लोगों से पसीने छूटने शुरू हो जाते हैं, उस महीने में मैदानी इलाकों में जहां बारिश और ओलावृष्टि हो रही है तो वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ गिर रही है. इस बदलते वेदर पैटर्न ने हर किसी की नींद उड़ा रखी है. मौसम के इस मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन अभी से चारधाम यात्रा को लेकर अलर्ट हो गया है और वो चारधाम में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है. यही वजह है कि मौसम विभाग चारधाम में छोटे डॉप्लर रडार लगाने का विचार कर रहा है.