सुद्धोवाला जेल प्रशासन ने कैदियों को हुनरमंद बनाने की मुहिम छेड़ी है। यहां कैदियों को झालर (लड़ियां) बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। कैदी अब झालर बनाने में पूरी तरह से निपुण हो चुके हैं। कैदियों की बनाई गई झालर सेलाकुई की एक कंपनी को उपलब्ध करवाई जा रही है। दीपावली पर इस बार कई घर कैदियों की ओर से बनाई गई झालर से रोशन होंगे।
देहरादून की सुद्धोवाला जेल के जेलर पवन कोठारी ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है। जिससे कैदी जब सजा पूरी करके बाहर निकलें तो खाली ने बैठें और अपना काम शुरू कर सकें। इससे उनके कदम दोबारा अपराध की तरफ नहीं बढ़ेंगे। कैदियों को 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक एक महीने का प्रशिक्षण दिया गया।