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DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 8 Feb 2023 2:00 pm IST

अंतरराष्ट्रीय

अमेरिकी तकनिकी से भारत में निर्मित हो रहे हैं प्रीडेटर ड्रोन्स, अमेरिकी अधिकारियों ने भी की तारीफ...


अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने भारतीय नौसेना के एक अहम नेवल बेस का दौरा किया।

यहां अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका की कंपनी जनरल एटोमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स से बने प्रीडेटर ड्रोन्स को भी देखा। जिन्हें भारत ने लीज पर लिया हुआ है। इस दौरान भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को प्रीडेटर ड्रोन्स की क्षमताओं, सर्विलांस और मेंटिनेंस , लॉजिस्टिक सपोर्ट आदि क्षमताओं के बारे में बताया।
 
जनरल एटोमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम के सीईओ विवेक लाल ने एक बयान जारी कर बताया कि, अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने भारतीय नेवल बेस पर एमक्यू-9 ऑपरेशन के गवाह बने, जो भारत और अमेरिका के बीच बढते भरोसेमंद रक्षा सहयोग संबंधों को दिखाता है। 

बताते चलें कि, भारत ने जनरल एटोमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स से एमक्यू-9 रिमोटली पायलेटेड एयरक्राफ्ट सिस्ट्मस को दो साल के लिए लीज पर लिया है। अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि, हम भारतीय नौसेना और जीए-एएसआई के बीच के सहयोग से प्रभावित हैं। भारतीय नौसेना ने एमक्यू-9 को पूरी क्षमता के साथ तैनात किया हुआ है। 

दरअसल, भारत और अमेरिका के बीच 3 बिलियन डॉलर की डिफेंस डील भी जल्द अंतिम चरण में पहुंच सकती है। इस डील के तहत भारत को अमेरिका से 30 एमक्यू-9बी प्रीडएटर ड्रोन्स मिलेंगे। इनमें से 10-10 ड्रोन्स तीनों सेनाओं थल सेना, वायुसेना और नौसेना को मिलेंगे। इन ड्रोन्स के आने से हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चुनौती से निपटा जा सकेगा।