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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 16 Oct 2021 5:07 pm IST

जन-समस्या

मौखिक नहीं लिखित आश्वासन मिले तो कर्मी हड़ताल कर देंगे बंद


पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर जल संस्थान संविदा कर्मी कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल के बयानों से आक्रोशित हैं। कर्मियों का कहना है उन्हें कोई शोक नहीं है यूं सड़क पर उतरकर धरना-प्रदर्शन करने का। अगर उनकी मांगें पूरी हो गई होती तो वे कार्य बहिष्कार शुरू ही नहीं करते। उनका कहना है मौखिक नहीं लिखित आश्वासन मिलेगा तो वे तत्काल हड़ताल समाप्त कर देंगे। शनिवार को संगठन के शाखा अध्यक्ष सुरेश चंद्र भट्ट के नेतृत्व में कर्मी हनुमान मंदिर के समीप स्थित जल संस्थान कार्यालय में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। भट्ट ने कहा कैबिनेट मंत्री पांच मे से दो मांगें पूरी होने की बात कह रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है। कहा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर दो बार कैबिनेट मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया, लेकिन 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाजवूद भी आश्वासन हवा-हवाई ही साबित हुआ है। कहा अगर उनकी मांगें पूरी हो गई होती तो कर्मचारियों को यूं सड़कों पर न उतरना पड़ता। कहा महंगाई के इस दौर में सात से आठ हजार के अल्प वेतनमान में 25-25 सालों से कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनके नियमितिकरण या फिर वेतन वृद्धि को लेकर आज तक सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया। कहा जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती वे कार्य बहिष्कार में डटे रहेंगे।