नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को आइसीआइसीआइ-वीडियोकॉन लोन धोखाधड़ी मामले में कोचर दंपति और वेणुगोपाल धूत की तीन दिन की हिरासत मिली है। बैंक की पूर्व सीईओ व एमडी चंदा कोचर और दीपक कोचर, वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत को ICICI बैंक-वीडियोकॉन लोन धोखाधड़ी मामले में सोमवार को मुंबई की सीबीआइ अदालत में पेश किया गया था।
सीबीआइ के वकील का कहना है कि जांच एजेंसी ने वेणुगोपाल धूत, चंदा कोचर और उनके
पति दीपक कोचर की तीन दिन की हिरासत मांगी थी। सीबीआइ ने अदालत में कहा कि आइसीआइसीआइ
को 1,730 करोड़ रुपये का
जो नुकसान हुआ है, वो हमारा केस
है। इसी की जांच के लिए चंदा और दीपक कोचर की तीन और दिन की रिमांड चाहिए।
तीनों को तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया
इसके अलावा CBI ने कहा कि
वीडियोकॉन और वेणुगोपाल धूत लोन के बेनिफिशियरी हैं। धूत सीबीआइ की नोटिस को
अनदेखा कर रहे थे और CBI के सामने
उपस्थित नहीं हो रहे थे। आज वो फाइनली सीबीआइ के सामने आए। जांच एजेंसी ने कहा कि
हमें तीनों को साथ बैठाकर जांच करनी है। उनसे पूछताछ करनी है, इसलिए हमें तीनों की ही अगले तीन दिन की रिमांड चाहिए।
कोचर दंपति को शुक्रवार को किया था गिरफ्तार
बता दें कि आइसीआइसीआइ की पूर्व सीईओ व एमडी चंदा कोचर और
उनके पति दीपक कोचर को सीबीआइ ने बीते शुक्रवार को अपने दिल्ली कार्यालय में
संक्षिप्त पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें शनिवार को मुंबई में विशेष
अवकाशकालीन अदालत के जस्टिस एस एम मेनजोंगे के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें
26 दिसंबर तक CBI की हिरासत में
भेज दिया था।