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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 3 Feb 2022 5:05 pm IST


सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी के पैतृक गांव चांदीखेत में सादगी से मनाई जयंती


चौखुटिया (अल्मोड़ा)। उत्तराखंड के सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी की 80वीं जयंती उनके पैतृक गांव चांदीखेत के बैराठेश्वर मंदिर परिसर में सादगी से मनाई गई। इस अवसर पर उनके बेटे और लोक गायक रमेश बाबू ने कैले बजै मुरुली..सहित अन्य गीतों की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। बुधवार को कोरोना गाइडलाइन की बाध्यता के चलते कार्यक्रम को सीमित किया गया था। उनकी पत्नी मीरा गोस्वामी और सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने गोपाल बाबू को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर हुई विचार गोष्ठी में गोपाल बाबू के गाए गीतों में पहाड़ की जीवनचर्या, समसामयिक व्यवस्था, पति-पत्नी के वियोग, देवी देवताओं की स्तुति सहित अन्य पर चर्चा हुई। लोक गायक रमेश बाबू गोस्वामी ने हिमाला का ऊंचा डाना प्यारो मेरो गांव, भुर भूरु उज्याव हैगो आदि गीत भी गाए। वहां पर रमेश गोस्वामी, गिरीश गोस्वामी, अशोक गोस्वामी, रंगकर्मी जसी राम आर्या, गोपाल गिरी, किसन संगेला, युवराज सिंह, पुष्कर सिंह, लोक कलाकार नंदलाल आर्य आदि थे।