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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 18 Feb 2022 4:50 pm IST

नेशनल

देखिए कैसा है एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट


देश का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट देश के सबसे स्वच्छ शहर में बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 फरवरी को इसका लोकार्पण करेंगे। ताज़ा जानकारी के अनुसार इसके शुरू होने के बाद इंदौर में करीब 400 बसें बायो-सीएनजी से चलने लगेंगी। बात अगर करें इस प्लांट की तो ये कैसे प्री औऱ पोस्ट ट्रीटमेंट होता है, बायो मिथेनेशन क्या है और आखिर में किस तरह बायो सीएनजी बनती है।दरअसल, स्वच्छता में देश में सिरमौर इंदौर ने कचरे से ऊर्जा बनाने की सोच को धरातल में मूर्त रूप दिया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार किया है।आपको बता दें की  गीले कचरे के निपटान हेतु 550 मीट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के बायो सीएनजी प्लांट को स्थापित किया गया है। वहीं नगर निगम प्रशासक एवं संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया है कि प्रस्तावित बायो सीएनजी प्लांट प्लांट की स्थापना पर नगर निगम को कोई वित्तीय भार वहन नहीं करना पड़ा है। प्लांट को स्थापित करने वाली एजेंसी आईआईएसएल (IEISL)नई दिल्ली द्वारा नगर निगम को प्रतिवर्ष 2.50 करोड़ रुपये प्रीमियम के रूप में अदा किया जाएगा। इस प्लांट में प्रतिदिन 550 एमटी गीले कचरे (घरेलू जैविक कचरे) को उपचारित किया जाएगा, जिससे 17500 किलोग्राम बायो सीएनजी तथा 100 टन उच्च गुणवत्ता की आर्गेनिक कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। यह प्लांट जीरो इनर्ट मॉडल पर आधारित है, जहां किसी प्रकार का अनुपचारित वेस्ट नहीं निकलेगा। प्लांट से उत्पन्न होने वाली 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सीएनजी में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग हेतु बाजार दर से 5 रुपये प्रति  किलोग्राम कम दर पर उपलब्ध होगी तथा शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को विक्रय की जा सकेगी।