धामी सरकार में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार और दायित्वों के बंटवारों को लेकर चर्चाएं चल रही हैं. बीजेपी नेता और कार्यकर्ता बड़ी बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं. उत्तराखंड में साल 2005 से दायित्व बंटवारें की परंपरा शुरू हुई, जो आज तक चली आ रही है. दायित्व बंटवारा पार्टी कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करने का एक तरीकी है. जिसे भाजपा और कांग्रेस दोनों दल बखूबी इस्तेमाल करते हैं.
पहली बार तिवारी सरकार में शुरू हुआ दायित्वों का 'खेल': उत्तराखंड में सत्ता की मलाई को मिल बांटकर उड़ाने का सटीक उदाहरण उत्तराखंड के लोक गायक नरेंद्र नेगी के नौछमी नारायण गाने में देखने को मिलता है. लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के नौछमी नारायण गाने को सत्ता के हालातों से सटीक बताते हुए वरिष्ठ पत्रकार अरुण शर्मा बताते हैं कि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद प्रदेश में पहली बार दायित्व को लेकर के सत्ता का नया चेहरा वर्ष 2005 में एनडी तिवारी की सरकार में देखने को मिला. कांग्रेस की एनडी तिवारी सरकार के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में एनडी तिवारी ने तकरीबन 350 लोगों को दायित्व बांटे. उस वक्त दायित्व धारियों को लाल बत्ती दी जाती थी. नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने गाने में सटीक चित्रण किया.