राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिनने के बाद ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस, चुनाव आयोग के फैसले को अदालत में चुनौती देने पर विचार कर रही है।
पार्टी, फिलहाल विकल्पों की तलाश कर रही है। बता दें कि, चुनाव आयोग ने अपने एक फैसले में तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यानि सीपीआई का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छीन लिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले पर टीएमसी ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि, टीएमसी इस फैसले को कानूनी तौर पर चुनौती देने के विकल्प तलाश रही है।
वहीं टीएमसी के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिनने पर भाजपा ने तंज कसा है। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'टीएमसी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है और अब वह एक क्षेत्रीय पार्टी है। दीदी की टीएमसी को बड़ा बनाने की कोशिशें पूरी नहीं हो पा रही हैं क्योंकि लोग जान चुके हैं कि टीएमसी सबसे भ्रष्ट, तुष्टीकरण करने वाली और आतंक फैलाने वाली सरकार की पार्टी है। इसकी सरकार भी गिरनी तय है क्योंकि पश्चिम बंगाल के लोग इस सरकार को लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।'