नीती घाटी के तोलमा गांव के ग्रामीणों ने पैदल आवाजाही को सुगम करने के लिए धौली गंगा पर लकड़ी का अस्थायी पुल निर्मित किया है। शीतकाल में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के कारण छह माह के लिए तोलमा गांव के ग्रामीण घाटी के दुरमा ग्वाड़ गांव में प्रवास करते हैं। गांव तक जाने के लिए पुल न होने से ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन का मुंह ताकने के बजाय स्वयं ही श्रमदान कर दो दिन में नदी पर लकड़ी का पुल तैयार कर लिया। गांव के प्रेम बुटोला का कहना है कि ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दुरमा ग्वाड़ गांव तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को करीब तीन किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही थी। एक सप्ताह पूर्व ग्रामीणों ने आम बैठक का आयोजन कर धौली गंगा पर अस्थायी पुल तैयार करने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने बुधवार को स्वयं के संसाधनों से पुल तैयार कर आवाजाही भी शुरू कर दी है। पुल बनाने में ग्रामीण रुद्रसिंह, मोहन सिंह, गोविंद सिंह आदि ने सहयोग दिया।