किसी भी अपराध को अंजाम देने वाले आरोपियों के लिए अब बच निकलना आसान नहीं होगा। उत्तराखंड पुलिस बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस फिंगर प्रिंट, रेटिना और आंखों की पुतली की स्कैनिंग का डाटाबेस तैयार करने की योजना बना रही है। जल्द ही कुमाऊं के सभी थानों में इस योजना को शुरू कर दिया जाएगा।
आपराधिक घटनाओं में जांच के दौरान फॉरेंसिक एक्सपर्ट को अपराधी के हाथों और पैरों की अंगुलियों के निशान प्राप्त हो जाते हैं, लेकिन अपराधियों के पकड़ में नहीं आने से इनका मिलान नहीं हो पाता है। इससे अपराधी बचने में कामयाब हो जाते हैं, लेकिन अब पुलिस हर घटना में शामिल अपराधियों की फोटो, पता, फिंगर प्रिंट, रेटिना, और आंखों की पुतली का डाटा ऑनलाइन अपलोड करेगी।