चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर से 15 किमी दूर दशोली ब्लाक के ठेली गांव की महिलाएं पर्यावरण प्रहरी के रूप में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। इन महिलाओं की जंगल को आग से बचाने की मुहिम अन्य ग्रामीणों के लिए भी मार्गदर्शी साबित हो रही है।ये महिलाएं जंगल को सुरक्षित रखने के लिए बाकायदा उसकी निगरानी भी करती हैं। यही वजह है कि बीते दिनों जंगल में दो बार आग लगने पर महिलाओं ने वन विभाग का मुंह ताकने के बजाय बिना देरी किए उसे स्वयं बुझा दिया। ठेली गांव के आसपास बांज, बुरांश व चीड़ का घना जंगल है, जहां बीते वर्षो में तमाम कारणों से आग लगने की घटनाएं अमूमन होती रही हैं।हैरत देखिए कि सरकारी प्रयासों के बाद भी ये घटनाएं थमी नहीं। ऐसे में प्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्मभूषण चंडी प्रसाद भट्ट ने जंगल की सुरक्षा में ग्रामीणों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए क्षेत्र में जनजागरण अभियान चलाया। इससे प्रभावित होकर ठेली गांव की महिलाओं ने गांव की महिला मंगल दल को सक्रिय किया और फिर टीम बनाकर शुरू कर दी जंगल की निगरानी।