उत्तराखंड आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य है। नौ साल पहले आई केदारनाथ आपदा और पिछले साल की रैणी आपदा के घाव आज भी ताजा हैं। आपदा के मोर्चे पर विफलता और आपदा को लेकर संवेदनशील न होने के आरोप राजनैतिक तौर पर पार्टियां एक-दूसरे पर लगाती आ रही हैं, लेकिन बीजेपी-कांग्रेस सहित कोई भी राजनैतिक दल अपने चुनावी घोषणा पत्र में आपदा को लेकर न तो अपना विजन साफ तौर पर रख पाया और न ही किसी ने इस मुद्दे पर कोई खास संवेदनशीलता दिखाई है।