डिस्ट्रैक्शन यानी फोकस कमजोर होना. इसका सीधा मतलब यही है कि आप अपने काम को लेकर सजग नहीं हैं. जिम्मेदार इंसान के लिए इस तरह करना जॉब या दूसरे जरूरी कामों के लिए नुकसान पहुंचा सकता है. लेकिन आप फोकस में कमी से बाहर निकलने के लिए कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर सकते हैं. आइए एक्सपर्ट से जानने की कोशिश करते हैं.
अपने काम को बांटें - मनोचिकित्सक कहते हैं कि किसी भी काम को करने के लिए टाइम मैनेजमेंट करना जरूरी है. जब भी आप किसी काम की शुरूआत करें तो उसे छोटी-छोटी शिफ्ट में बांट लें. एक शिफ्ट करने के बाद छोटा-सा ब्रेक जरूर लें और काम को फिर से शुरू करें. ऐसा करने से आपको काम करने का बोझ नहीं लगेगा और न ही आप जल्दी थकेंगे. फोकस में कमी तब भी आती है, जब आप थक जाते हैं. लंबे समय तक काम करने से मोटिवेशन की कमी होती है और काम करने का मन नहीं करता.
बनाएं टू डू लिस्ट - एक्सपर्ट कहे हैं कि काम को टालने की आदत न बनने दें. जब आप बार-बार काम को टालते हैं तो इससे भी हमारे फोकस में कमी आती है.सबसे जरूरी काम की सोने से पहले अगले दिन की टू डू लिस्ट बना लें. इसके साथ ही, उनके मुताबिक अलार्म सेट करें. जिस भी काम को कर रहे हैं, उसे खत्म करने के लिए एक डेडलाइन निश्चित करें. टू डू लिस्ट बनाकर आप अपने काम को लेकर सजग रहेंगे और इसे समय से खत्म भी कर लेंगे. इससे आपका फोकस भी बना रहेगा.
सोशल मीडिया का सीमित इस्तेमाल - डॉ कहते हैं कि आजकल सोशल मीडिया की वजह से भी लोगों में ज्यादा फोकस की कमी देखने को मिल रही है. एक बार सोशल मीडिया एप खोलने पर लोग उसे देखते हुए घंटो बिता देते हैं. कोशिश करें कि दिनभर में 2 घंटों से ज्यादा सोशल मीडिया पर न बिताएं. इसके अलावा, जो एप जरूरी नहीं हैं- उन्हें फोन या लैपटॉप से हटा दें. इससे आपका दिमाग डिस्टर्ब नहीं रहेगा.
नोटिफिकेशन करें बंद - आप जब भी कोई जरूरी बात कर रहे हैं तो अपने फोन को साइलेंट कर दें. इसके साथ ही, एप्स पर आने वाले नोटिफिकेशन भी बंद कर दें. अपने दिमाग को इस बात के लिए तैयार करें कि काम के बीच फोन को नहीं देखना है.