लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आवास योजना के लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत निर्मित होने वाले 34,500 आवासों के लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 143 करोड़ रुपये की धनराशि का ऑनलाइन हस्तांतरण व 478.49 रुपये करोड़ की लागत से निर्मित 39,000 आवासों के लाभार्थियों को चाबी वितरित की। साथ ही उनका फीडबैक भी लिया। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि आज महान
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक भगवान बिरसा मुंडा जी की पावन
जयंती है। मैं इस अवसर पर
प्रदेशवासियों व पूरे जनजातीय समाज को 'जनजातीय गौरव
दिवस' की बधाई देता हूं। यह हमारा सौभाग्य है कि 'जनजातीय गौरव
दिवस' के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को 905
करोड़ रुपये से अधिक की सौगात उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए मैं ग्राम विकास
विभाग को धन्यवाद देता हूं।
पुरानी सरकारों को निशाने पर लिया
सीएम योगी ने आगे कहा कि कुछ लोग जाति के नाम पर समाज बांटते हैं, लेकिन आज गरीबों को आवास मिल रहा है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आवास मिले हैं। आज गरीबों को जमीन का पट्टा दिया जा रहा है। भाजपा सरकार से पहले आवास योजना बनी थी, लेकिन कुछ लोगों ने योजना लागू नहीं की थी। मुख्यमंत्री ने पुरानी सरकारों को कठगरे में खड़ा किया।
सूबे के मुखिया ने कहा कि 17 लाख से अधिक लाभार्थियों को प्रधानमंत्री
आवास योजना का लाभ मिल रहा है। सरकार ने पांच साल में 45 लाख गरीबों को आवास दिया, जिसके पास जमीन नहीं उसे जमीन उपलब्ध कराई। उन्होंने कहा
कि आवास मिलने से गरीबों का सपना पूरा हुआ। हमारी सरकार में बिना भेदभाव के लोगों
को लाभ मिल रहा है। आवास योजना आर्थिक रूप से मददगार है, जिसके माध्यम से वंचित लाभार्थियों को उनका हक मिला है। हमने
गरीबों के लिए कई कानूनों को बदला है। अब जनजातीय इलाकों का भी विकास हो रहा है।