एक महिला ने पुलिस को तहरीर देकर मां-बेटे पर उधार के नाम पर ली 22 लाख 50 हजार की नकदी में से 19 लाख 50 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है।
गांव बांसखेड़ी निवासी नीतू ने पुलिस को दी तहरीर में बताया उसका और उसके बेटे जतिन सरना का एक बैंक में खाता है। उस बैंक में उन्हीं के गांव निवासी चंद्र गुप्त सरना सेल्स ऑफिसर हैं। बैंक में आने जाने के कारण उसकी चंद्र गुप्त सरना से अच्छी पहचान हो गई। इस बीच आरोपी चंद्रगुप्त ने कुछ रुपये उधार मांगे जिस पर विभिन्न तिथियों में ट्रांजक्शन और नकद कुल मिलाकर करीब 22 लाख 50 हजार रुपये आरोपी चंद्रगुप्त सरना को दिए। उनके अनुरोध करने पर चंद्रगुप्त ने तीन लाख रुपये उसके बेटे के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए।
दो चेकअपनी माता जनक रानी के नाम के दिए। दोनों चेकों को बीते अप्रैल माह में बैंक में भुगतान के लिए लगाया तो बैंक अधिकारियों ने उक्त खाते को बंद बताया। आरोपी चंद्रगुप्त सरना विदेश जाने की तैयारी में है। सीओ वंदना वर्मा ने बताया पीड़िता की तहरीर पर चंद्रगुप्त सरना और उसकी माता जनक रानी के खिलाफ धारा 420 धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच बेरिया दौलत चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह को सौंपी गई है।