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• Tue, 27 Apr 2021 9:46 am IST


बिहार का एक ऐसा गांव जिससे थर-थर कांपता है कोरोना


कोरोना से जंग में बिहार के बक्सर का रेवटियां गांव नजीर है। पहली लहर हो या अभी चल रही दूसरी लहर, 60 हजार की आबादी वाले जिले का चौंगाई प्रखंड संक्रमण का हॉट-स्पॉट बना रहा, लेकिन इसी प्रखंड के नाचाप पंचायत के रेवटियां गांव के ग्रामीणों को संक्रमण छू भी नहीं सका। दरअसल, इस गांव के लोग सतर्कता और संयम रूपी हथियार से लैस हैं और इसी वजह से कोरोना वायरस इस गांव से थर-थर कांपता है। इसकी तस्दीक चौंगाई के चिकित्सक भी करते हैं और गांव को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं।


बेवजह नहीं निकलते लोग बाहर:

जिले में कोरोना संक्रमण के आए तकरीबन 13 महीने गुजरने के बाद भी गांव में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आने की खास वजह है, यहां के लोग न तो बेवजह कहीं जाते हैं और ना ही बाहर से आने वाले लोगों को कोई तरजीह देते हैं। गांव के लोगों ने बैठक कर कड़े नियम बनाए। लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव से बड़ी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों में रोजगी-रोजगार के लिए गए हुए हैं। उनके वापस आने पर उन्हें गांव के बाहर स्कूल में कम से कम तीन दिन क्वारंटाइन रहना पड़ता है।