Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 23 May 2022 2:23 pm IST


मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री अत्रीदत्त की मूर्ति स्थापित


 निर्माणाधीन चतुर्थ अत्री धाम में भगवान दत्तात्रेय, गणेश, मां सती अनुसुईया तथा महर्षि अत्री की मूर्ति स्थापना की गई। इस दौरान अभिषेक एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम, संपूर्ण विधि विधान धार्मिक अनुष्ठानों के बीच संपन्न हुआ। अखंड भारत मानव जोड़ो संकल्प के प्रणेता, विश्व चैतन्य परमपूज्य सद्गुरु श्री नारायण महाराज ने स्वयं अपने हाथों से विधि-विधान एवं धार्मिक परंपराओं को पूरा कराते हुए भव्य धार्मिक उत्सव को पूर्ण कराया। इस आयोजन के हजारों श्रद्धालु साक्षी बने।रविवार को बाजपुर के समीप यूपी बॉर्डर पर ग्राम खेड़ा पार्सल में बनाए जा रहे देश के चतुर्थ श्री अत्रीदत्त धाम मंदिर में मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए श्री नारायण धाम अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. उमेश डोंगरे ने बताया प्रात: से ही धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए थे। उन्होंने बताया सबसे पहले परिसर में बने जलकुण्ड में गंगा पूजन किया गया। विष्णु स्त्रोत, सहत्र विष्णुनाम, शिव महिमा तथा भगवान दत्तात्रेय की आरती तथा धार्मिक मंत्रोचारण के बीच सर्वप्रथम 12 फीट ऊंची व पांच टन वजनी भगवान दत्रात्रेय की मूर्ति को श्रद्धालु ढोल-नगाड़ों और कीर्तन के बीच एक विशेष वाहन खींच कर मंदिर के मुख्य गर्भ गृह तक लेकर आए। इस दौरान फूलों की भारी वर्षा भी की गई। यहां पर पहले मूर्ति की बाहर से आए कारीगरों ने अंतिम साफ-सफाई की।