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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 21 May 2022 12:48 pm IST


चाय प्रेमियो के लिए स्पेशल है आज का दिन, जानिए 'अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस 2022' की थीम और इससे जुड़ी हर बात...


आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि, जब तक वो एक कप चाय नहीं पी लेते तब तक उनकी सुबह नहीं होती है। या ये कहते सुना होगा कि, भाई तू चाय नहीं पीता तो तू जागता कैसे है। या ये कि एक कप चाय मिल जाए तो काम करने का मजा ही आ जाए।



चाय किसी के लिए जिंदगी है तो किसी के लिए खुद को चार्ज करने का एक जरिया, किसी की दिन की शुरुआत चाय की चुस्की के साथ होती है तो कोई रात में सोने से पहले एक कप चाय पीने का शौकीन होता। कुल मिलाकर चाय हमारी रोजमर्रा की जिंदगी के लिए आवश्यक ही नहीं अति आवश्यक है। चाय के लिए लोगों की दीवानगी हर मौके पर नजर आ जाती है। मेहमान नवाजी में भी चाय का एक विशेष ही महत्व है। चाय को अगर हम दवा कहें तो शायद गलत नहीं होगा। क्योंकि हमारे घरों में सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियों की पहली दवा चाय ही है। अगर आप भी चाय के कुछ ऐसे ही दिवानें हैं, तो आज आपके लिए ही है ये दिन, पूरा विश्व आज अंतरराष्ट्री य चाय दिवस मना रहा है। एक ऐसा दिन जब चाय के महत्व को सारी दुनिया के सामने रखा जाता है। 



भारत में चाय का शुरुआत 18वीं सदी से मानी जाती है. सबसे पहले बर्मा, म्यांमार और असम की सीमांत पहाड़ियों पर चाय के पौधे लगाने की शुरुआत की गयी थी। लेकिन अंग्रेजों के भारत आने के बाद चाय के उत्पादन में तेजी आई। पहले खेती के लिए चीन से बीज मंगवाए जाते थे। कुछ समय बाद असम की मशहूर चाय के बीजों का इस्तेमाल खेती के लिए किया जाने लगा और भारत में बड़े पैमाने पर चाय का उत्पादन शुरू हो गया।



दुनियाभर के चाय उत्पादक देश 2005 से 15 दिसंबर को हर साल अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाते थे। लेकिन 2015 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के माध्यम से आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र संघ में रखा गया। जिसे 21 दिसंबर, 2019 को मान्यता मिली और 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित कर दिया गया। मान्यता मिलने के बाद 21 मई 2020 पहली बार अंतरराष्ट्री य चाय दिवस मनाया गया।



अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर हर साल एक थीम होती है। वहीं इस साल 2022 की थीम  'Celebrating Tea Around The World' दुनिया भर में चाय का जश्न मनाना है. इसके साथ ही Tea Day एक आदर्श वाक्य के साथ मनाया जाता है जो 'From Field to Cup' फील्ड से लेकर कप तक है। 



भारत में हर गली में चाय के दीवाने हैं तो हर गली में चाय की टपरी भी लगी मिलेगी। गलियों में चाय बेचने वाले लोगों की अजीविका इन्ही से चलती है। चाय से अपको कई तरह के फायदे मिलते हैं, तो कई लोगों को रोजगार भी. चाय का उत्पादन और उसका व्यापार बहुत से लोगों की आय का साधन है। चीन के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश है। चाय की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चाय की खपत के मामलें में भारत विश्व में पहले स्थान पर है। भारत में लोग हर साल लगभग 6,200,000 टन चाय पीते हैं।