अल्मोड़ा में नेत्र चिकित्सालय कर्बला में नेत्र दान पखवाड़े के तहत गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों से नेत्रदान के लिए आगे आने की अपील की गई। पूर्व निदेशक स्वास्थ्य कुमाऊं डॉ जेसी दुर्गापाल ने कहा कि शरीर के अंग दान करने की हमारे परंपरा रही है। महर्षि दधीची ने अपनी हड्डियां दान कर की जबकि राजा शिवि अपने अंग दान किए थे। ऐसे ही नेत्रदान भी करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक की सुविधा होती है हालांकि प्रदेश में इस सुविधा की दरकार बनी हुई है।