देहरादून/सोमेश्वरः उत्तराखंड में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के साथ जमकर ओले गिरे. सोमेश्वर के मनसा घाटी के कई गांवों में भारी ओलावृष्टि हुई. जिससे दर्जनों पॉलीहाउस क्षतिग्रस्त हो गए. साथ ही खेतों में खड़ी फसलों के साथ फलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. फसल तबाह होने के बाद किसानों ने शासन प्रशासन से मुआवजा मांगा है.सोमेश्वर के मनसा घाटी के रौलकुड़ी आगर, बछुराड़ी, अझौड़ा, नाकोट समेत अन्य गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई. जिससे फलों के साथ किसानों की टमाटर, मटर, आलू, गोभी आदि की फसल चौपट हो गई है. इसके अलावा फलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. बछुराड़ी के ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत का कहना है कि उनके गांव में कृषि विज्ञान केंद्र मटेला ने बीज और पौधे दिये थे. कई पॉलीहाउस लगाए थे, जिन्हें ओलावृष्टि ने धवस्त कर दिया है.उन्होंने बताया कि 152 परिवार वाले बछुराड़ी गांव को कृषि विज्ञान केंद्र मटेला ने गोद लिया हुआ है, लेकिन किसानों की कड़ी मेहनत से उगाई गई फसलें ओलावृष्टि से तबाह हो गई. आज सुबह जब नींद खुली तो खेत सफेद नजर आए. ग्राम प्रधान सुरेंद्र रावत, बहादुर सिंह, गोपाल सिंह, वन सरपंच गोविंद सिंह, पूर्व प्रधान भूपेंद्र रावत, रमेश सिंह, बलवंत सिंह आदि ने शासन प्रशासन से क्षेत्र का मौका मुआयना कर उचित मुआवजा देने की मांग की है.