प्रवर्तन निदेशालय ने अलग-अलग कार्रवाई में धन शोधन रोकथाम कानून के तहत कई कंपनियों, व्यक्तियों की करोड़ों रुपये मूल्य की चल-अचल संपत्तियां अटैच की हैं।
एजेंसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, ये संपत्तियां करीब 450 करोड़ रुपये की हैं। ईडी ने रोज वैली समूह की कंपनियों और उसके प्रवर्तकों की 250 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को अटैच किया है। इस समूह की अब तक अटैच की गई संपत्तियां 1171 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई हैं। इसके अलावा एजेंसी ने गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रोमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके प्रवर्तकों की 157.7 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां अटैच की हैं।
बता दें कि, इस कंपनी के खिलाफ की गई कार्रवाई के तहत अब तक 305 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की जा चुकी हैं। इसके अलावा निदेशालय ने हरिद्वार के आरती चैरिटेबल एजुकेशन ट्रस्ट की एससी/एसटी घोटाले में 5.06 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की हैं। इस मामले में एजेंसी अब तक 12.13 करोड़ की संपत्तियां अटैच कर चुकी है।
ईडी ने बताया, दीपक कुमार, रमेश कदेल, उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों की 4.09 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें दीपक कुमार की कंपनी नैना ज्वेलर्स के बैंक खाते और उसकी अचल संपत्तियां शामिल हैं। इसके अलावा निदेशालय ने हरिद्वार के आरती चैरिटेबल एजुकेशन ट्रस्ट की एससी/एसटी घोटाले में 5.06 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की हैं।
बताते चलें कि, इस मामले में एजेंसी अब तक 12.13 करोड़ की संपत्तियां अटैच कर चुकी है। ईडी ने बताया, दीपक कुमार, रमेश कदेल, उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों की 4.09 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें दीपक कुमार की कंपनी नैना ज्वेलर्स के बैंक खाते और उसकी अचल संपत्तियां शामिल हैं।