पिथौरागढ़। उत्तराखंड परिवहन निगम का पिथौरागढ़ डिपो बदहाली का रोना रो रहा है। पिथौरागढ़ में रोडवेज की कार्यशाला में कई पद लंबे समय से रिक्त हैं। इस वजह से खराब बसों को ठीक करने में दिक्कत हो रही है। वर्तमान में सात बसें ऑफ रोड हैं। कर्मचारियों की कमी से बसों को ठीक करने का कार्य सुस्त गति से हो रहा है।पिथौरागढ़ परिवहन निगम के पास 56 बसों का बेड़ा है। इनको सुधारने के लिए मैकेनिक सहित कई अन्य पद लंबे समय से रिक्त हैं। कारपेंटर, टिनमैन,जूनियर फोरमैन, इलेक्ट्रीशियन, सहायक इलेक्ट्रीशियन, पेंटर का एक-एक पद रिक्त है। इसके अलावा वेल्डर के दो पद रिक्त हैं। सात बसों के ऑफ रोड होने से कई रूटों पर बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। लोगों ने शीघ्र कार्यशाला में कर्मचारियों की नियुक्ति करने की मांग की है। पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ डिपो को वर्ष 2019 से नई बसें नहीं मिल पाई है। पिथौरागढ़ डिपो को 50 बसों की आवश्यकता है। इसके बाद भी नई बसें उपलब्ध कराने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। लोगों ने सरकार से शीघ्र नई बसें उपलब्ध कराने की मांग की है