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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 9 Jan 2023 8:00 am IST


यहां होती है भगवान श्रीराम की बड़ी बहन शांता की पूजा, बना हुआ है मंदिर


सनातन धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथ में से एक रामायण महाकाव्य की रचना महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में की थी। रामायण या रामचरितमानस हम सभी ने पढ़ी और सुनी होगी। वहीं, ज्यादातर लोगों ने टेलीविजन का सबसे मशहूर धारावाहिक रामायण अवश्‍य देखा होगा। सभी जगह श्री राम के तीनों भाइयों लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के बारे में बताया गया है। लेकिन आपको श्रीराम की बहन के बारे में कोई जानकारी सहज ही नहीं मिली होगी। आइए, जानते हैं कौन थीं भगवान श्रीराम की बहन और क्या है उनकी कहानी।

रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम के पिता महाराजा दशरथ की तीन रानियां थीं, पहली कौशल्या, दूसरी सुमित्रा और तीसरी कैकेयी। रानी कौशल्या के पुत्र राम, सुमित्रा के लक्ष्ण और शत्रुघ्न और कैकेयी के भरत थे। लेकिन कौशल्या ने एक पुत्री को भी जन्म दिया था जो इन सब भाइयों में सबसे बड़ी थीं और उसका नाम शांता रखा गया था। रामायण के अनुसार शांता वेद, कला तथा शिल्प में पारंगत थीं और अत्यधिक सुंदर कन्या थीं।


इसलिए नहीं मिलता शांता का उल्लेख
पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा दशरथ की पहली पत्नी महारानी कौशल्या की बहन रानी वर्षिणी और उनके पति अंगदेश के राजा रोमपद के कोई संतान नहीं थी। एक बार वर्षिणी ने कौशल्या और राजा दशरथ से कहा कि काश उनके पास भी शांता जैसी एक सुशील और गुणवती पुत्री होती। राजा दशरथ से उनकी पीड़ा देखी नहीं गई और उन्होंने अपनी पुत्री शांता को उन्हें गोद देने का वचन दे दिया। शांता को पुत्री के रूप में पाकर रोमपद और वर्षिणी प्रसन्न हो गये और राजा दशरथ का आभार व्यक्त किया। इस प्रकार शांता अंगदेश की राजकुमारी बन गईं।

शांता के मंदिर में धूमधाम से मनाया जाता है दशहरा 
भगवान श्रीराम के बहन शांता देवी की पूजा हिमाचल के कुल्लू में होती है। यहां शृंग ऋषि के मंदिर में भगवान राम की बड़ी बहन शांता की मूर्ति विराजित है। यह मंदिर कुल्लू से 50 किमी दूर बना हुआ है। इस मंदिर में देवी शांता और उनके पति शृंग ऋषि की साथ में पूजा होती है। आपको बता दें की देवी शांता के मंदिर में दशहरा बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है।