सिलगढ़ क्षेत्र की कंडाली गांव की आराध्य देवी मां इंद्रासणी की देवरा यात्रा ने महरगांव में भ्रमण कर घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। यात्रा समाप्ति के बाद 30 जनवरी से मंदिर में नौ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। बीते 26 नवम्बर से सिलगढ़ क्षेत्र के कंडाली की मां इंद्रासणी की विशेष पूजा अर्चना एवं श्रृंगार के साथ देवरा यात्रा का शुभारंभ हुआ था। पहले दिन मां की डोली ने कंडाली गांव में ही रात्रि विश्राम किया। गत बुधवार जैली एवं गुरूवार को रात्रि प्रवास के लिए डोली महरगांव पहुंची थी शुक्रवार सुबह पुजारी ने मां इन्द्रासणी की भोगमूर्तियों की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया। जिसके बाद मां की देवरा यात्रा महरगांव में घर-घर जाकर अपने भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। वहीं भक्तों ने पुष्प एवं अक्षतों से मां का स्वागत किया। साथ ही लाल चुनरी, धूप पिठाई के साथ ही फलों का अर्ग भी लगाया। इस दौरान डोली ने नृत्य कर भक्तों को अपना आशीर्वाद भी दिया। रात्रि प्रवास के लिए यात्रा सिरसोलिया गांव पहुंची। जहां डोली का जोरदार स्वागत हुआ। जिसके बाद देवरा यात्रा सिरसोलिया, नागधार, पंद्रोला, मरगांव, पाली, कुमडी, तैला, शीशों समेत कई गांवों भ्रमण भी करेगी। संयोजक मंडल के सदस्य ओपी बहुगुणा ने बताया कि दो माह तक चलने वाली देवरा यात्रा के दौरान मां की डोली सिलगढ़, बड़मा, भरदार, लस्या, नागपुर के 100 गांवों भ्रमण कर भक्तों की कुशलक्षेम पूछेगी। इस अवसर पर मठापति सुरेंद्र चमोली, मंदिर समिति के अध्यक्ष जगत सिंह बुटोला, सचिव राम चन्द्र राणा, बलवीर सिंह, संयोजक मंडल के सदस्य ओपी बहुगुणा, नरेश भटट, शिव प्रसाद, वीरबल सिंह समेत कई बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।