नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में पांच दिन बाद रविवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया। आज सुबह 11 बजे तक यमुना का जलस्तर घटकर 205.91 मीटर पर आ गया। यमुना के वाटर लेवल का डेंजर मार्क 205.33 मीटर पर है।
इधर, दिल्ली के एलजी ऑफिस ने एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि
दिल्ली में बाढ़ नियंत्रण के लिए एक कमेटी बनाई गई है। पिछले दो साल से इस कमेटी की
कोई बैठक ही नहीं हुई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसके अध्यक्ष हैं। एलजी ऑफिस के अनुसार, जून में इस कमेटी की बैठक हो जानी चाहिए थी, जो नहीं की गई।
इसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सेना और सेंट्रल
वाटर कमीशन के अधिकारी शामिल होते हैं। इस बैठक के बाद ही फ्लड कंट्रोल को लेकर
निर्देश जारी किए जाते हैं, लेकिन बिना बैठक
और तैयारियों के ही राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिए।
AAP ने आरोपों को बताया
गलत
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने
इन आरोपों को गलत बताया। AAP ने कहा कि 6 जुलाई को कमेटी
की बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता
राजस्व मंत्री आतिशी ने की थी। वहीं, दिल्ली में दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी निकाल लिया
गया है और मशीनों को सुखाने की प्रक्रिया चल रही है। सब ठीक रहा तो आज से वाटर
सप्लाई शुरू हो जाएगी। जबकि, बारिश के बाद
राजधानी के कई इलाकों में पानी भर गया। पेड़ों के उखड़ कर गिरने के कारण कई सड़कें
ब्लॉक हो गईं। पुलिस ने कई रास्तों पर न जाने की एडवाइजरी जारी की है।