काशीपुुर। एआरटीओ का काम ऑनलाइन होने से कैफे संचालकों और बिचौलियों की चांदी कट रही है। पेपर वर्क से निजात मिलने के बाद बिचौलिए बाबुओं से डीलिंग कर काम करा रहे हैं। नई व्यवस्था से कार्यालय में सन्नाटा है, इक्का दुक्का लोग ही बायोमेट्रिक अथवा ड्राइव टेस्टिंग के लिए ही कार्यालय आ रहे हैं। सर्विस चार्ज देने वाले आवेदकों को घर बैठे ही प्रमाणपत्र मिल रहे हैं। बावजूद इसके ऊपरी सख्ती के कारण कार्यालय के कर्मचारी अपनी ड्यूटी को लेकर सतर्क हैं।
बृहस्पतिवार को एआरटीओ समेत कई कर्मचारी कार्यालय में मिले तो आरआई समेत तीन पटल खाली नजर आए। एआरटीओ कार्यालय में इस समय कुल 11 कार्मिक हैं। चारधाम ड्यूटी पर गए कर्मियों को छोड़कर शुक्रवार को सभी कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित मिल लेकिन फिर भी कुछ पटल खाली दिखे।
पूछने पर पता लगा कि इनमें से दो पटलों के कर्मचारी अमित राज और मो. आसिफ चारधाम यात्रा ड्यूटी पर गए हैं। वहीं केस काउंटर का कर्मी दूसरे कर्मचारी के कक्ष में बतिया रहे थे। प्रधान सहायक के टोकने पर आकेश और नावार्या अपने-अपने कक्षों में पहुंचे। एआरटीओ एके झा भी कार्यालय खुलते ही पहुंच गए। बोले, इन दिनों चेकिंग कार्य से जाना पड़ता है लेकिन दो दिनों से वह भी कार्यालय में ही बने हुए हैं।
आरआई की अनुपस्थिति के बारे में पूछने पर झा ने बताया कि वह चैती ग्राउंड में वाहनों की फिटनेस चेक कर रहे हैं। अल्मोड़ा के आरआई विनोद गुंज्याल के पास यहां का अतिरिक्त कार्य है। हफ्ते में तीन दिन वो काशीपुर रहते हैं।
आवेदनों का निस्तारण कैफे संचालकों अथवा बिचौलियों के जरिये हो रहा है। उनकी रिकार्ड रूम तक सीधे पहुंच हैं।
- कार्यालय में स्थायी आरआई का पद रिक्त है। कामकाज ऑनलाइन होने केे कारण मामलों का त्वरित निस्तारण हो जाता है, ऐसे में कार्यालय में अब भीड़ नजर नहीं आती। सभी कर्मियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक ली जा रही है।